तुर्की में सोमवार को भूकंप आया था जिसकी गहराई जमींन से 17.9 किलोमीटर अंदर पाई गयी हैं भूकंप का केंद्र गाजियाटेप के पास था गाजियाटेप सीरिया बॉर्डर से 90 किलोमीटर दूर हैं । इस कारण सीरिया के कई हिस्सों में भी भूकंप के तेज झटके लगे हैं । बताया जा रहा हैं पिछले 100 साल में सबसे तेज वाला भूकंप का झटका बताया जा रहा हैं US Geological Survey के अनुसार,, भूकंप के एक बाद 77 झटके लगे हैं जिनमे से एक झटके की तीव्रता 7.5 थी जबकि अन्य 3 झटके की तीव्रता 6.0 से अधिक थी ।

तुर्की और सीरिया में आये सोमवार को भूकंप के झटके कारण अभी तक में दोनों देशो को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ हैं । तुर्की और सीरिया में भूकंप में मरने वालो की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही हैं । अभी तक में 11000 से ज्यादा मौते हो चुकी हैं। तुर्की में अभी तक में 7000 से ज्यादा लोगो की मौते हो चुकी हैं , साथ ही अभी 35500 से ज्यादा लोग अभी भी घायल हैं बात करे सीरिया की तो अभी तक में 3000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी हैं और 15000 से ज्यादा लोग घायल हैं । तुर्की और सीरिया में आये भूकंप के कारण अभी करीब 11000 इमारते तबाह हो चुकी हैं अभी तक में तुर्की में 9000 लोगो का रेस्क्यू किया गया हैं साथ ही दोनों देशों में 55000 से ज्यादा बचावकर्मी रेस्क्यू कार्य में लगे हुए हैं ।
तुर्की ने इस भूकंप के कारण आने वाले 3 महीने के लिए इमरजेंसी की घोषणा की हैं । वही सभी स्कूलों और कॉलेजो की 13 फरवरी तक बंद कर दिया गया हैं । तुर्की में सभी सरकारी इमारतों को शेल्टर होम बनाया गया हैं । तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदूगान ने बताया की अभी तक में 70 देश और 14अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद के लिए आगे आए हैं साथ ही तुर्की में 10000 से ज्यादा कंटेनर को शेल्टर बनाने की तैयारी हैं ।

तुर्की में भूकंप के कारण चारों तरह तबाही का माहौल हैं साथ ही बर्फ़बारी के बहुत तेजी से जारी हैं जिसके कारण वहां पे रेस्क्यू करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ हैं मौसम बहुत ज्यादा ख़राब होने के कारण हेलीकाप्टर को भी लैंड नहीं कर पा रहे हैं । ऐसे जगह में रास्तो से हर प्रकार की मदद की जाती हैं । भूकंप के कारण तुर्की और सीरिया का कॉरिडोर भी पूरी तरह से तबाह हो गया हैं जिसके कारण सड़क के रास्ते से सीरिया तक कोई भी मदद नहीं पहुंच सकती हैं । ख़राब मौसम के कारण हेलीकाप्टर को भी लैंड नहीं कर पा रहे हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव संजय वर्मा ने बताया की तुर्की और सीरिया में 3000 से ज्यादा भारतीय नागरिक तुर्की में रहते हैं और उनकी सहायता के लिए 75 लोगो के फ़ोन भी मंत्रालय आये हैं । भारत ने तुर्की की मदद के लिए राहत सामग्री भेजी हैं , जिसमे चिकित्सा आपूर्ति, बचाव दल के साथ अन्य सुविधा शामिल हैं ।
तुर्की में आये इस भूकंप के कारण कई ऐतिहासिक मस्जिद भी तबाह हो गई । तुर्की के मालाटया शहर में ऐतिहासिक एनी कैमी मस्जिद पूरी तरह से बर्बाद हो गयी हैं बताया जा रहा हैं ये ऐतिहासिक एनी कैमी मस्जिद 100 सालो से अधिक पुरानी थी लेकिन इस भूकंप के कारण 100 सालो का पुराना ऐतिहासिक एनी कैमी मस्जिद तबाह हो गया ।